पत्रकार राजीव की मौत का मामला: सीबीआई जांच की मांग पत्रकार राजीव की मौत सच की आवाज़ को दबाने का प्रयास : संदीप चमोली             

02 अक्टूबर। संदीप चमोली एडवोकेट

प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस

सदस्य पीसीसी धर्मपुर विधानसभा का कहना है कि पत्रकार राजीव की हत्या की निष्पक्ष जाँच के लिए सीबीआई जांच और परिवार को न्याय दिलाने के लिए संपूर्ण उत्तराखंडवासियों को एकत्र होना होगा। पत्रकार राजीव ने सदैव निष्पक्ष पत्रकारिता की और सच्चाई जनता के सामने लाने का काम किया। उनके द्वारा सदैव जनहित के मुद्दों को उत्तराखंड के पटल पर रखा। उत्तराखण्ड के स्वतंत्र व निर्भीक पत्रकार राजीव की हाल ही में हुई निर्मम हत्या ने पूरे समाज को झकझोर दिया है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हुआ यह हमला केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि सच की आवाज़ को दबाने का प्रयास है। राजीव प्रताप अपनी कलम से अन्याय, भ्रष्टाचार और असामाजिक तत्वों के खिलाफ लिखते रहे। उनकी बेबाक पत्रकारिता से कई संगठनों और प्रभावशाली लोगों के हित प्रभावित होते थे। ऐसी परिस्थिति में उनकी हत्या अपने आप में संदेहास्पद है और यह स्पष्ट करता है कि इसकी गहन व निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है।

हत्या कांड की सीबीआई जांच तत्काल कराई जाए ताकि असली दोषियों को बेनकाब किया जा सके। एवं दिवंगत पत्रकार श्री राजीव के परिवार को उचित आर्थिक मुआवजा व सरकारी नौकरी दी जाए, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण सुरक्षित रह सके। पत्रकार सुरक्षा कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। यदि इस प्रकरण की पारदर्शी जांच शीघ्र प्रारंभ नहीं की गई तो यह संदेश जाएगा कि सच लिखने वालों की आवाज़ दबाई जा सकती है। यह न केवल पत्रकारिता जगत बल्कि पूरे लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है। न्याय में देरी, न्याय से इंकार के बराबर है।

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